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देखिए चूल्हे की आग से ज्यादा तेज होती है पड़ोसियों की खुशहाली को देखकर जो आग दिल में जल उठता है वह।और उस आग को कहते हैं ईष्या की आग और जो जल ही उठता है चाहे कितना ही ज्ञान की बाते क्यों न कर लै हम सब।
हमको क्या पता था कि सिर मुंडवाए गेरूआ पहने जिसका कोई न शक्ल है न सूरत और जो पढा भी है तो केवल बीए।इसी एक महीने में
ही चमत्कार पर चमत्कार किए जा रहा है और हमारे बिहार के इंजीनियर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिढा चिढा कर अपने यूपी को विकास की पटरी पर दौड़ाए जा रहा है वैसे ही जैसे कि अश्व मेघ का
घोड़ा हो जिसे पकड़ना तो दूर कोई छू भी नहीं पा रहा है।
दूर केरल कर्नाटक या तमिलनाडु मे यहसब होता तब इतना दुख नही होता।यहाँ तो बिहार से सटे यूपी के न जाने कितने गांव हैं जहाँ उधर दाल हीगं से छौकाया है कि लहसून से सब सबको पता चलता रहता है।
चाहे उधर कोई मेहमान मिठाई लाता है तो इधर भी बयना आता है और इधर से भी उधर आता जाता है।
ऐसे में जब उधर चौबीसों घन्टे बत्ती जलने लगा है और इधर ढिबरी तब करेजा पर साँप लोट रहा है।ऐसे में केतना धीरज धरे कहते हैं नीतीश बाबू ।
उधर का किसान नया नया कुर्ता सिया रहा है रोज और सांझ के काली माई के चबूतरा पर रोज योगी जी का नया नया खिससा सुना रहा है तो ऐसे में केतना धीरज धरे नीतीश बाबू ।
इधर के घरे घर के लड़कन दिनै दुपहरिया ई खेत ऊ बगीचा मे धमाचौकड़ी करता रहता है आज भी जबकि उधर कि एक ऐक बच्चा स्कूल जाए लगा है।ई देख के तो लगता है कि कुईयाँ में डेब के अपन जान दे दै क्योंकि जब बाले बच्चा आगे जाके उधर के घर में मजूरी करेगा तब देख के करेजा फट जाएगा।ऐसे में आप ही बताइए नीतीश बाबू हम का करे।
अब ओने का कोई मेहरारू सबेरे साझँ खेत में नहीं जाती है घरेघर
शौचालय वनबा दीहिन है योगी जी।जबकि इधर के जनानी सब के खेत
में जाए पड़ रहा है अभी भी। ऐसे में कैसे धीरज धरे नीतीश बाबू।
खाली बात से तो पेट नहीं भरता है नीतीश बाबू।
मरदाना लोग तो मान लीजिए आपका मुँह देख कर के चुप रह भी सकता है पर मेहरारू लोग के के समझावे।कल ही हमर घरवाली
वोल रहा था कि ओने के सुखु लोहार के जनाना कलहे दू भर के गला के नेकलस बनबाया है।ऐसे में इधर के घरे घरे कलहे न होगा नीतीश बाबू।
ऐसे में हम कैसे धीरज धरे नीतीश बाबू।
चाहे तो आप ही कुछ ऐसा करिए कि हमनियो के इज्जत बचल रहे और आपका भी राजगद्दी बरकरार रहे।और अगर आपसे ई सब न हो सके तो शरमाए के बात न हे।मोदी जी को बुलाईए, वे देश के प्रधानमंत्री है न
कि खाली यूपी के।हमलोगों के गार्जियन है उनके लिए सब बराबर होना
चाहिए चाहे वह यूपी का हो या बिहार का।
आप मोदी जी को रिक्वेस्ट करिएगा कि इधरो लागी एगो औसने योगी खोज दीजिए मोदी जी । जो बिहार के जनता को भी उ सब दे देवे जो
यूपी में अपना जनता को दे रहे हैं या देनेवाले है।
हाॅ आप चाहें तो एगो शर्त रख दीजिएगा कि दो चार साल में सत्ता फिर
वापिस कर दीजिएगा।
चाहे ऐसा भी हो सकता है कि वही योगी दूनो यूपी और बिहार ऐके साथ ऐके जैसा चलावे जैसे कि केतना राजपाल कभी कभी तो दू दू
स्टेट के चार्ज में रहते हैं
तबतक आप भी थोड़ा सुस्ता लीजिए पटना दिल्ली करते करते हाँफ
रहे हैं और लालू जी का दूनो बचबा अपना मौल भी बनबा लेगा तबतक।
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